एक आधार कार्ड से संबंधित योग्यता मानदंड निम्नलिखित हैं:
आधार के लिए अप्लाई करने का काम, किसी भी ऑथराइज्ड आधार नामांकन केंद्र / स्थायी नामांकन केंद्र से किया जा सकता है। आपको UIDAI वेबसाइट पर मौजूदा आधार नामांकन केन्द्रों की एक अपडेटेड लिस्ट मिल सकती है।
नामांकन प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए, UIDAI ने 10,000 से अधिक पोस्ट ऑफिस और बैंक ब्रांच को स्थायी नामांकन केंद्र के रूप में काम करने का अधिकार प्रदान किया है। आवेदक नीचे बताए गए 3 सिंपल स्टेप्स में अपनी नामांकन प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं:
जिन आवेदकों के पास जरूरी दस्तावेज नहीं हैं उन आवेदकों के लिए UIDAI ने निम्नलिखित तरीके से नामांकन करने का इंतजाम किया है:
जो आवेदक अपने आधार आवेदन का स्टेटस देखना चाहते हैं वे ऑफिसियल UIDAI वेबसाइट के माध्यम से ऐसा कर सकते हैं। आपको अपने नामांकन आईडी का उल्लेख करना होगा जो आवेदन सबमिट करने के बाद जारी किए गए एक्नोलेजमेंट पर्ची में मिल सकता है।
5 साल से कम उम्र के नाबालिग आवेदकों के मामले में, नामांकन प्रक्रिया निम्नलिखित है:
आधार को अधिक सुलभ बनाने के लिए, UIDAI ने आधार विवरणों के इलेक्ट्रॉनिक भण्डारण और पुनःप्राप्ति का इंतजाम किया है। ई-आधार के नाम से जाना जाने वाला यह कार्ड एक पीडीएफ फॉर्मेट में होता है और इसे UIDAI वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
ई-आधार को निम्नलिखित में से किसी का भी इस्तेमाल करके ऑफिसियल UIDAI वेबसाइट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है:
UIDAI वेबसाइट से अपने ई-आधार कार्ड को डाउनलोड/प्रिंट करने के तरीके के बारे में एक विस्तृत गाइड
आधार प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाने के लिए, UIDAI ने आधार प्रक्रियाओं और विशेषताओं से संबंधित तरह-तरह की सेवाओं का इंतजाम किया है। इनमें से प्रत्येक सेवा का एक संक्षिप्त विवरण नीचे दिया गया है:
आवेदक निम्नलिखित तरीके से इस बात का सत्यापन कर सकते हैं कि उनका आधार कार्ड सक्रिय है या निष्क्रिय कर दिया गया है:
एक आधार कार्ड के लिए आवेदन करते समय एक ईमेल एड्रेस और मोबाइल नंबर का उल्लेख करना चाहिए क्योंकि इससे आगे चलकर सेवाओं से संबंधित अपडेट्स पाने में आसानी होती है। एक आवेदक होने के नाते, आपको दूर से ही अपने आधार से संबंधित जानकारी या अतिरिक्त विशेषताओं के बारे में नोटिफिकेशन भी मिल सकता है। अपने आधार के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या ईमेल एड्रेस को वेरीफाई करने के लिए यहाँ दिए गए स्टेप्स को फोलो करें।
यदि आपका आधार कार्ड -उधर या गुम हो गया है तो चिंता न करें क्योंकि UIDAI ने इसे फिर से प्राप्त करने की प्रक्रिया को आसान बना दिया है। आप नीचे बताए गए स्टेप्स को फोलो करके इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से अपने आधार कार्ड, VID या EID को फिर से हासिल कर सकते हैं।
यहाँ इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि आधार सम्बन्धी जानकारी को फिर से हासिल करने के लिए एक रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का होना जरूरी है।
अधिकांश सरकारी सब्सिडी और योजनाओं का लाभ उठाने के लिए, सब्सिडी का पैसा पाने के लिए आवेदकों को अपने आधार कार्ड को अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना पड़ता है। आप नीचे बताए गए अनुसार लिंकिंग प्रक्रिया की मौजूदा स्थिति की जांच कर सकते हैं:
डेटा की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए और आधार के तहत दी गई जानकारी को सुरक्षित करने के लिए, UIDAI ने VID की शुरुआत की है। इससे तरह-तरह की सेवाओं के लिए आधार सम्बन्धी जानकारी मांगने वाले वेंडर्स/मर्चेंट्स को सीमित केवाईसी (नो योर कस्टमर यानी अपने ग्राहक को जानें) तक पहुँच की सुविधा मिलती है।
आपके आधार कार्ड में जनसांख्यिकीय के साथ-साथ बायोमेट्रिक डेटा भी होता है जिसका इस्तेमाल तरह-तरह की सेवाओं का लाभ उठाते समय आपकी पहचान को प्रमाणित करने के लिए किया जाता है। वेरिफिकेशन के लिए एक वेंडर/मर्चेंट के साथ अपने आधार से संबंधित जानकारी शेयर करते समय, इस जानकारी का गलत इस्तेमाल करने की सम्भावना रहती है। इस डेटा की सुरक्षा को बनाए रखने के लिए, UIDAI, आधार कार्ड धारकों को अपनी बायोमेट्रिक जानकारी के एक्सेस को लॉक करने की इजाजत देता है। इसे कार्ड धारक की अनुमति पर ही अनलॉक किया जा सकता है।
आप जब-जब किसी उद्देश्य के लिए अपने आधार कार्ड से संबंधित जानकारी देते हैं, तब-तब इस जानकारी को एक्सेस करने वाली ऑथराइज्ड यूजर एजेंसियों (AUA) का विवरण, आधार सिस्टम में दर्ज हो जाता है। आप अपने ऑथेंटिकेशन इतिहास की जांच कर सकते हैं जिसमें AUA और उनके द्वारा एक्सेस की गई जानकारी सूचीबद्ध रहती है। इस प्रक्रिया के कारण आप इस बात का सत्यापन कर सकते हैं कि आपके आधार डेटा को किसने एक्सेस किया है। यह सुविधा ख़ास तौर पर उस समय काफी मददगार साबित होती है जब अपनी जानकारी की सुरक्षा को मैनेज करने की बात आती है।
आधार पेपरलेस ई-केवाईसी एक शेयर करने लायक और सुरक्षित दस्तावेज है जिसका इस्तेमाल ऑफलाइन तरीके से आधार सम्बन्धी पहचान का सत्यापन करने के लिए किया जा सकता है। एक आधार कार्ड धारक होने के नाते, आप वेंडर्स/सेवा प्रदाताओं को एक सुरक्षित और छेड़छाड़-रहित फॉर्मेट में पहचान और पता सम्बन्धी जानकारी का प्रमाण शेयर कर सकते हैं।
निम्नलिखित तरीके से आधार पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाईसी किया जा सकता है:
आधार सभी भारतीय निवासियों को सरकार द्वारा एक बार जारी किया जाने वाला एक अनोखा पहचान पत्र है। यह 12 अंकों वाला एक रैंडम नंबर है जिसमें व्यक्ति के बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय डेटा का रिकॉर्ड रहता है। एक आधार के लिए आवेदन करना अपनी इच्छा पर निर्भर करता है और यह बिलकुल मुफ्त है।
आधार कार्यक्रम का गठन 2016 में हुआ था जब यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (UIDAI) की स्थापना हुई थी। सारे आधार कार्ड, इसी के द्वारा जारी किए जाते हैं, जिसमें कार्ड धारक का जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक डेटा होता है ताकि नागरिकों को कुछ सरकारी लाभ और सब्सिडी देने का एक अधिक सुव्यवस्थित और पारदर्शी तरीका तैयार किया जा सके।
एक आधार कार्ड में निम्नलिखित जानकारियाँ होती हैं:
आवेदकों को UIDAI वेबसाइट पर आधार नामांकन केन्द्रों के साथ-साथ स्थायी नामांकन केन्द्रों की जानकारी भी मिल सकती है जिसमें राज्य और शहर के आधार पर मौजूदा नामांकन केन्द्रों की सूची रहती है। यहाँ मौजूदा आधार नामांकन केन्द्रों का पता लगाने के तरीकों के बारे में एक विस्तृत गाइड मिल सकती है।
यदि आपके आधार विवरणों में गलतियाँ हैं या यदि आप अपना आवेदन जमा देने के बाद किसी जानकारी में बदलाव करना चाहते हैं तो आप UIDAI वेबसाइट में जाकर ऑनलाइन माध्यम से इस जानकारी को ठीक या अपडेट कर सकते हैं। जनसांख्यिकीय डेटा के साथ-साथ बायोमेट्रिक जानकारी को भी अपडेट किया जा सकता है।
अपने मोबाइल नंबर को आधार कार्ड से जोड़ना जरूरी है क्योंकि आधार सेवाओं का लाभ उठाने और अपने आधार कार्ड में शामिल विवरणों में बदलाव / अपडेट करने के लिए टू-फैक्टर ऑथराइजेशन की जरूरत पड़ती है जिसके तहत आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाता है।
अपने मोबाइल नंबर को अपने आधार कार्ड से जोड़ने के लिए, आपको एक स्थायी आधार केंद्र में जाकर, अपने कार्ड में अपने मोबाइल नंबर को जोड़ने का आवेदन करना होगा।
ईआधार आपके आधार कार्ड की एक इलेक्ट्रॉनिक कॉपी है और इसका इस्तेमाल अपने कार्ड की एक फिजिकल कॉपी के बदले में किया जा सकता है। इसे हर जगह स्वीकार किया जाता है और इसे UIDAI वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। ईआधार एक पीडीएफ फॉर्मेट में सेव रहता है और पासवर्ड द्वारा सुरक्षित होता है। आप अपने आधार की एक मास्क्ड कॉपी भी डाउनलोड कर सकते हैं जिसमें आपका आधार नंबर छिपा रहेगा।
आधार कार्ड और उससे जुड़ी सेवाओं को हर जगह और ज्यादा सुलभ बनाने के लिए, UIDAI ने एमआधार चालू किया है जो कि एंड्रॉयड उपकरणों के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन है। इस ऐप में उपयोगकर्ता की आधार सम्बन्धी जानकारी एक डिजिटल रूप में रहती है और इसका इस्तेमाल कहीं भी बड़ी आसानी से किया जा सकता है।
उपयोगकर्ता अपने ऐप में अधिक से अधिक 3 प्रोफाइल जोड़ सकते हैं और तरह-तरह के काम कर सकते हैं जैसे अपने बायोमेट्रिक्स को लॉक करना और आधार के लिए अपने ई-केवाईसी को एक्सेस करना। एमआधार ऐप के बारे में एक व्यापक गाइड, जिसमें अपने मोबाइल नंबर को जोड़ने का तरीका भी बताया गया है।
बिना किसी परेशानी के और कार्यकुशल तरीके से आवेदन करने की सुविधा प्रदान करने के लिए UIDAI ने देश भर में आधार नामांकन केन्द्रों के साथ-साथ स्थायी नामांकन केन्द्रों की स्थापना की है जिनमें से कई केंद्र, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद, बैंगलोर, इत्यादि जैसे बड़े शहरों में भी स्थित हैं। आवेदकों को UIDAI वेबसाइट में अपने निवास क्षेत्र के पास मौजूद सक्रिय केन्द्रों का पता मिल सकता है।
मेरा आधार लेटर गुम हो गया है। क्या मैं इसे फिर से प्रिंट करवा सकता हूँ ?
हाँ, UIDAI ने 'Order Aadhaar Reprint' (आधार को फिर से प्रिंट करने का आदेश दें) नामक एक नई सेवा शुरू की है। आप UIDAI वेबसाइट पर या एमआधार ऐप के माध्यम से इसके लिए आवेदन कर सकते हैं और 50 रु. की एक मामूली फीस के बदले में आपको अपने आधार लेटर का रिप्रिंट मिल सकता है।
मेरे पास इंटरनेट / एमआधार ऐप नहीं है। मैं ऑनलाइन सेवाओं का लाभ कैसे उठा सकता हूँ?
आप अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 1947 पर एक SMS भेजकर आधार SMS सेवा के लिए साइन अप कर सकते हैं। ऑनलाइन या एमआधार ऐप पर मौजूद सेवाओं और सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं जैसे बायोमेट्रिक को लॉक/अनलॉक करना, एक वर्चुअल आईडी जेनरेट करना, इत्यादि।
मेरे पास अपने मौजूदा पते का दस्तावेजी प्रमाण नहीं है। क्या मैं तब भी अपने आधार में इसे अपडेट कर सकता हूँ ?
हाँ, आप UIDAI वेबसाइट पर एक पता सत्यापन पत्र के लिए आवेदन करके एड्रेस वेरिफायर के माध्यम से अपना पता अपडेट कर सकते हैं। इसे अपने आवेदन फॉर्म के साथ सबमिट करना होता है।
मैं अपने आधार में अपना नाम अपडेट करना चाहता हूँ। क्या सेल्फ सर्विस अपडेट पोर्टल (SSUP) के माध्यम से इसे ऑनलाइन अपडेट कर सकता हूँ?
नहीं, SSUP के माध्यम से सिर्फ पते को अपडेट किया जा सकता है। नाम, जन्म तिथि, फोटो, मोबाइल नंबर, इत्यादि को अपडेट करने के लिए, आपको एक स्थायी नामांकन केंद्र में जाकर इन्हें अपडेट कराना होगा।
आधार कार्ड कब तक वैध या मान्य रहता है ?
आधार कार्ड जिंदगी भर वैध या मान्य रहता है।
क्या ई -आधार और आधार कार्ड एक ही चीज है?
हाँ, आधार कार्ड और ई-आधार एक समान हैं। इन दोनों में सिर्फ एक ही अंतर है - आधार कार्ड, UIDAI द्वारा डाक के माध्यम से आवेदक को भेजा जाने वाला एक दस्तावेज है जबकि ई-आधार एक डिजिटल वर्शन है जिसे UIDAI वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
ई -आधार QR कोड में क्या जानकारी रहती है?
आधार QR कोड में कार्ड धारक का जनसांख्यिकी विवरण जैसे नाम, जन्म तिथि, फोटो, लिंग (यदि दिया गया हो) और मास्क्ड आधार नंबर रहता है।
क्या अपना टैक्स रिटर्न फ़ाइल करने के लिए अपने पैन को आधार के साथ लिंक करना जरूरी है ?
हाँ, फाइनेंस एक्ट यानी वित्त अधिनियम के नए प्रावधानों के अनुसार, सभी टैक्स दाताओं को अपने पैन को आधार के साथ लिंक करना अनिवार्य है।
क्या एक नामांकन केंद्र में अपने विवरणों को अपडेट कराने के लिए ओरिजिनल दस्तावेजों को ले जाना जरूरी है ?
हाँ, एक नामांकन केंद्र में विवरणों को अपडेट कराते समय उनसे जुड़े सारे दस्तावेजों के ओरिजिनल दस्तावेज ले जाना जरूरी है।
मेरा पहला आधार आवेदन अस्वीकार कर दिया गया था , क्या मैं फिर से आवेदन कर सकता हूँ?
एक आधार आवेदन को आम तौर पर तकनीकी/गुणवत्ता सम्बन्धी कारणों की वजह से अस्वीकार किया जाता है। आपको अपने आधार के लिए फिर से आवेदन करने की अनुमति है।
यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है। अधिक जानकारी के लिए कृपया उपर्युक्त लिंक (लिंक) देखें या https://uidai.gov.in/ पर जाएं
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